गरीबों का खून चूसे जाने पर पाश्चात्य देशों में क्या हुआ?
  • वहाँ विनाश हुआ
  • वहाँ क्रांतियाँ हुईं
  • वहाँ अराजकता फैली
  • वहाँ का विकास अवरुद्ध हुआ।
लेखक के अनुसार धर्म क्या होना चाहिए?
  • मंदिर में आरती करना
  • ऊँची आवाज में लाउडस्पीकर बजाना
  • गरीबों को लंगर खिलाना
  • धर्म, ईश्वर और आत्मा के बीच का संबंध होना चाहिए।
लेखक ने किस बात पर बल दिया है?
  • शंख बजाना
  • शुद्धाचरण रखना
  • आरती करना
  • खूब जप-तप करना।
धर्म क्या है?
  • प्राणिमात्र की सेवा करना
  • ईमानदारी से जीवन बिताना
  • परमार्थ पर बल देना
  • उपर्युक्त सभी।
लेखक के विचार कितने कारगर सिद्ध हो सकते हैं?
  • लेखक के विचारों का अनुसरण करके मानवमात्र का कल्याण हो सकता है
  • धर्म को बढ़ावा मिल सकता है
  • समाज से सांप्रदायिकता समाप्त हो सकती है
  • उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।
चालाक लोग कैसे लोगों से फायदा उठाते हैं?
  • शिक्षित लोगों से
  • अनपढ़ लोगों से
  • ऐसे लोगों से जो लकीर पीटने को धर्म समझते हैं
  • उन्मादी लोगों से।
धर्म के नाम पर उन्मादी लोग क्या कुछ करने को तैयार रहते हैं?
  • वे परोपकार के लिए अपना सब कुछ लुटा देते हैं
  • वे अपनी सारी संपत्ति दान कर देते हैं
  • वे लोगों को प्राण दान देते हैं
  • वे अपने प्राण देने से नहीं घबराते।
'धर्म की आड़' पाठ में लेखक ने किन लोगों को बेनकाब किया है?
  • जो धर्म की आड़ में कुटिल चालें चलते हैं
  • जो धर्म की आड़ लेकर अपना स्वार्थ सिद्ध करते हैं
  • जो धर्म की आड़ लेकर सांप्रदायिकता फैलाते हैं
  • उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।
गणेश शंकर विद्यार्थी जी का जन्म कब हुआ था?
  • सन् 1891 में ग्वालियर में
  • सन् 1861 में भोपाल में
  • सन् 1871 में इंदौर में
  • सन् 1881 में जबलपुर में।
'धर्म की आड़' पाठ के लेखक कौन हैं?
  • काका कालेलकर
  • धीरंजन मालवे
  • गणेश शंकर विद्यार्थी
  • शरद जोशी।
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